कतरा कतरा जीवन भर दें
आओ रोशन सब को कर दें
गली का बच्चा, सीधा सच्चा
अरमानों का उसको पर दें
दर्द चबाकर हसते जाए
खुदा ऐसा हमको हुनर दें
रत्ती रत्ती बांट सके सुख
ठंडी छांव से आंठों पहर दें
खुलके अपनी बात कर सके
मीरा को अब ना कोई ज़हर दें
मूह पर सीधी बात करे जो
मालिक ऐसा सबको जिगर दें
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